चाहे
वफ़ा के रंग में डूबी हर शाम तेरे लिए ,
यह डगर,
यह नगर,
मेरा नाम बस तेरे लिए,
तू महेक्ति रहे चांदनी रातों की तरह,
इस नए साल का पैगाम तेरे लिए
लड़का लड़की का प्यार बहुत समय से चला आ रहा
हैं यह प्यार हमारे देश की शान हैं क्योकी प्यार से
बढ़ कर कुछ भी नही मन जाता इसलिए प्यार से
कभी भी नही डरना चाहिए प्यार तो हर उमर में हो
सकता हैं वो चाहे जवानी हो या बुढापा इसलिए प्यार
ही सब कुछ हैं
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ये न हो तो कुछ भी नही सब बेकार हैं
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और भगवान ने भी प्यार को सर्व पर्थ्म मन हैं
इसलिए मेरी राय से सबको प्यार करना चाहिए
दोस्त तो बहुत मिलते हैं ज़माने में
पर हर मोड़ पर साचा यार नहीं मिलता
यार तो बहुत होते हैं
दिल लगाने की
पर हर यार से सचा प्यार नहीं मिलता
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शाह जहाँ ने ताज महल की हर दीवार को देखा,
चार मीनार को देखा और कहा “
माँ कसम कितना खर्चा हो गया”.
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फूलों से क्या दोस्ती करते हो वह तो मुरझा जाते हैं,
करना है तो कांटो से दोस्ती करो जो चुभ कर भी याद आते हैं
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