दीवारों पर खून छिड़क कर
हाक़िम अपना नाम करेंगे
जिनके किरदार अधूरे
दूने अपने दाम करेंगे
अपनी नींदें पूरी करके
मेरी नींद हराम करेंगे
जिस दिन मेरी प्यास मरेगी
मेरे हवाले जाम करेंगे
वो मेरा ही काम करेंगे
जब मुझको बदनाम करेंगे
अपने ऐब छुपाने को वो
मेरे क़िस्से आम करेंगे
क्यों अपने सर तोहमत लूं मैं
वो होगा जो राम करेंगे
कल कर लेंगे कल कर लेंगे
यूँ हम उम्र तमाम करेंगे
सोच-सोच कर उम्र बिता दी
कोई अच्छा काम करेंगे
कोई अच्छा काम करेंगे
खुदको फिर बदनाम करेंगे !!
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